देश के जीडीपी के एक प्रतिशत से भी कम है इसकी हिस्सेदारी
भारत में मीडिया और एंटरटेनमेंट उद्योग कुल 23 बिलियन डॉलर की है. यह देश की जीडीपी के एक प्रतिशत से भी कम है. इस आंकड़े में सुधार लाने की जरूरत है. इस इंडस्ट्री को 2030 तक 100 बिलियन डॉलर तक पहुंचाना लक्ष्य है. यह बातें केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय के सचिव अपूर्व चंद्रा ने मुंबई में आयोजित फिक्की फ्रेम्स 2022 के उद्धाटन समारोह के दौरान मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कही.
अपूर्व चंद्रा ने इस दौरान देश की जीडीपी में मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के बहुत ही कम हिस्सेदारी पर चिंता प्रकट किया और कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था अगले एक दशक में दस लाख करोड़ डॉलर की होगी. मीडिया और मनोरंजन उद्योग को अपने निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करना होगा.
उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि बीते पांच सालों में देश में थियटरों की संख्या में 66 प्रतिशत की कमी आयी है. इसे बढ़ाने की जरूरत है. उनहोंने कहा कि बॉलीवुड फिल्मों पर भारी संकट है. फिल्में रिलीज हो रही हैं लेकिन फ्लॉप कर जा रही हैं. बड़ी बजट वाली फिल्मों से भी बहुत कुछ अच्छा नहीं दिखा पा रही हैं. इसकी तुलना में चीन में फिल्में अच्छी कमाई कर रही हैं. सूचना मंत्रालय 2030 तक के लिए निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने में हरसंभव अपनी मदद करेगा.