आइआइएमसी ने त्रैमासिक पत्रिका संचार सृजन के लिए आमंत्रित किये लेख
भारत में डिजिटल युग में अखबारों की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. हालांकि लगातार डिजिटल माध्यमों से सूचनाओं का प्रवाह लगातार बढ़ रहा है, फिर भी प्रिंट मीडिया को विलुप्त होने से बचाना है. मोबाइल, कंप्यूटर या लैपटॉप से अपडेट न्यूज मिलने के बाद भी अखबारों की भूमिका अलग है.
अब सवाल उठता है कि क्या डिजिटल युग में विलुप्त होते प्रिंट मीडिया से देश की बौद्धिक निधि को खतरा है अथवा नहीं. इन सभी विषयों को समेटते हुए भारतीय जनसंचार संस्थान द्वारा अपनी त्रैमासिक पत्रिका के लिए आलेख आमंत्रित किये गये हैं.
भारतीय जनसंचार संस्थान ‘डिजिटल युग में प्रिंट मीडिया’ विषय पर अपनी त्रैमासिक पत्रिका संचार सृजन का एक विशेष अंक प्रकाशित कर रहा है. इस विषय पर लिखने के इच्छुक लेखक 31 अक्टूबर 2022 तक संपादक को अपना लेख भेज सकते हैं. इस अंक के लिए इच्छुक लेखक अपने लेख अंग्रेजी अथवा हिंदी भाषा में लिख कर भेजें. आलेख की शब्द सीमा एक हजार से 12 सौ शब्द निर्धारित की गयी है.
लेखक इस विषय पर अपने आलेख इस पते पर भेज सकते हैं. संपादक, संचार सृजन, प्रकाशन विभाग, भारतीय जनसंचार संस्थान, अरुणा आसफ अली मार्ग, न्यू जेएनयू कैंपस, नई दिल्ली—110067 पर भेज सकते हैं. इसके अलावा लेखक अपने आलेख को ईमेल sancharsrijan.iimc@gmail.com के माध्यम से भी भेज सकते हैं.