दुनिया भर के 363 पत्रकारों को विभिन्न मामलों में भेजा गया है जेल
पत्रकारों के लिए विश्व के कई देश खतरनाक साबित हुए हैं. इनमें विशेष रूप से ईरान, चीन, म्यांमार, तुर्की और बेलारुस है. पत्रकारों को जेल की हवा खिलाने वाले यह शीर्ष पांच देश हैं.
वहीं एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में पत्रकारों को जेल भेजने की संख्या बढ़ी है. जेल भेजे जाने वाले पत्रकारों की संख्या में 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.
इस बात का पता कमिटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट के एक सालाना आंकड़े से मिला है. रिपोर्ट के मुताकि 2022 में दुनिया भर में 363 पत्रकारों को अलग—अलग आरोपों में जेल भेजा जा चुका है.
इस साल भारत में सात पत्रकारों को जेल भेजा गया. इनमें से छह पत्रकारों पर गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज है जिसकी जांच चल रही हैं.
तीन पत्रकारों को जेल में तीन साल से अधिक समय हो चुके हैं. जेल गये पत्रकारों में कई कश्मीर के हैं. सिद्दीक कप्पन, गौतम नवलखा, मनन डार, रूपेश सिंह, सज्जाद औश्र फहद जैसे पत्रकारों ने जेल में दो साल से अधिक समय से बंद हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक पत्रकारों पर सरकार की आलोचना करने और उनके दमनकारी नीतियों के खिलाफ उठाये गये आवाज को लेकर उन पर कार्रवाई की गयी है.