द वायर के साथ अपने इंटरव्यू में रवीश के इस इंटरव्यू पर लोगों के आ रहे कमेंट
शीर्षक को पढ़ आपको शायद अमिताभ बच्चन के उस डायलॉग की याद आ जाये जब वे एक फिल्म में कहते हैं सेठ..मैं आज भी फेंके हुए पैसे नहीं उठाता. एनडीटीवी के पूर्व पत्रकार रवीश भी द वायर पर कुछ इस अंदाज में नजर आये हैं.
एनडीटीवी के पूर्व पत्रकार रवीश कुमार ने द वायर को दिये अपने इंटरव्यू में कहा है कि अगस्त में जब यह खबर आयी कि अडानी द्वारा एनडीटीवी को खरीदा जायेगा तो उसी वक्त यह साफ था कि जब इतने वर्षों से आप जिसे खरीदा नहीं जा सका तो उसे टेक ओवर किया जाये.
उन्होंने कहा एनडीटीवी एक ब्रांड है और उसकी अलग पहचान है. उन्होंने कहा कि मुकुल केसवन की द टेलीग्राफ में प्रकाशित एक लेख में भी यह कहा गया है कि यह सब खेल रवीश को एनडीटीवी से हटाने के लिए किया गया है.
कहा कि कई लोग इसे नॉमर्ल कॉरपोरेट डील बता रहे हैं वे ऐसा कह मुझे फुटनोट पर डाल रहे हैं लेकिन वह फुट नोट नहीं हूं. अडानी साहब को यह पता चल गया होगा.
कहा कि गरीबों की आवाज को आप खरीद नहीं सके तो उसे मंच से ही धक्का देकर गिरा दो..या उस मंच को ही खरीद लो.. मुझे बेरोजगार करने के लिए हजारो—करोड़ों रुपये के दांव खेले गये हैं. यूपी बिहार के हजारों लड़के लड़कियों को नौकरियां मिल सकती थीं जितना पैसा लगा कर मुझे बेरोजगार किया गया है.
25 नवंबर को मिस्टर अडानी फाइनांशियल टाइम्स को दिये इंटरव्यू देते हैं और आजादी का मतलब यह है कि सरकार ने थोड़ा कुछ गलत किया हो..यानि सरकार ने कुछ गलत नहीं किया है..कभी कभी थोड़ी कुछ गलती की हो..इसकी बात कही जा रही है..आप इसे गलत कह सकते हैं लेकिन उसी समय हर दिन जब सरकार अच्छा कर रही है तो आपको यह हिम्मत होनी चाहिए कि आप उसे अच्छा कह सकें.
अडानी पत्रकारों के पक्ष में चार दिन ट्वीट करेंगे तो पांचवे दिन ईडी के दफ्तर में स्टूल पर बैठे नजर आयेंगे. जिस दिन वह सरकार की आलोचना कर देंगे तो वो भी बैठने की जगह नहीं मिलेगी.
इस इंटरव्यू में उन्होंने कहा है जेब में नोट होना और जिगर में दम होना दोनों में बड़ा फर्क है. द वायर के इस इंटरव्यू के कई वीडियो शॉट्स ट्वीट पर शेयर किया जा रहे हैं.
इस वीडियो को ट्वीट कर मेजर सौरेंद्र पुनिया ने लिखा है..रबीश भाई, कुत्ता पाल लो..बिल्ली पाल लो
(गाय तो आप कभी पालोगे नहीं वरना आपका सिक्यूलरिज्म ख़तरे में पड़ जायेगा ) पर इतनी भी ग़लतफ़हमी मत पालो..
वहीं सैयद रिजवान अहमद के ट्वीटर हैंडल से लिखा गया है कि..सुनो रवीश! चाहे तो सांप पालो, बिल्ली पालो या कुत्ता पालो लेकिन ये वहम तो बिलकुल मत पालो! रिशभ जायसवाल ने ट्वीट किया है अडानी अब यूट्यूब खरीदेंगे.
सूर्य प्रताप सिंह के ट्वीटर हैंडल से लिखा गया है पत्रकार @ravishndtv जी ने बिलकुल ठीक कहा!
करेज आलोचना करने के लिए चाहिये, चाटुक़ारिता करने के लिये नहीं..खैर, इस इंटरव्यू को काफी देखा—सुना और शेयर किया जा रहा है.