भारत में सैन्य शक्ति को लेकर बोस के नजरिये पर स्क्वार्डन लीडर विक्रम रखेंगे राय
हिंदुस्तान को आजादी दिलाने में नेताजी सुभाषचंद्र बोस की अहम भूमिका रही है. उनका जन्म 23 23 जनवरी 1897 को उड़ीसा के कटक में हुआ था. अपनी स्कूली पढ़ाई के बाद वे लंदन गये और सिविल सर्विस परीक्षा भी पास किया. इसके बाद वे भारत लौट आये.
यहां उन्होंने देश की आजादी में हिस्सा लिया और आजाद हिंद फौज की स्थापना की. कहा जाता है कि 18 अगस्त 1945 को विमान दुर्घटनामें उनकी मौत हो गई.
भारत में अपनी फौज तैयार करने का श्रेय उन्हें ही दिया जाता है. ब्रिटिश शासन से अलग हिंदुस्तानी सेना तैयार करने को लेकर उनका महत्वपूर्ण योगदान है. उनके इस योगदान को विभिन्न कार्यक्रमों की मदद से याद किया जाता है. इसे लेकर भारतीय जनसंचार संस्थान में भी एक गोष्ठि कार्यक्रम का आयोजन 20 जनवरी को किया गया है.
भारतीय जनसंचार संस्थान द्वारा प्रत्येक शुक्रवार को होने वाले शुक्रवार संवाद में आज अमृत काल और नेताजी सुभाष चंद्र बोस की दृष्टि विषय पर चर्चा की जायेगी. इस चर्चा में स्क्वार्डन लीडर विक्रम दियेश मुख्य वक्ता होंगे. वे इस चर्चा में सुभाष चंद्र बोस की जीवन, सैन्य शक्ति को लेकर उनका नजरिया जैसे मुख्य बिंदुओं पर चर्चा करेंगे.
इस चर्चा का आयोजन दिन के 2 बज 30 मिनट पर प्रांरभ होगा. गुगल मीट, यूट्यूब और फेसबुक लाइव की मदद से भी इस चर्चा में हिस्सा लिया जा सकेगा.