हर्ष चौहान होंगे मुख्य वक्ता, जनजातीय समाज से जुड़े कानूनी प्रावधान और मीडिया पर रखेंगे अपनी राय
देश में कई जनजातियां हैं. इन जनजातियों के अपने अधिकार हैं. उनके अधिकारों की सुरक्षा के लिए कानूनी प्रावधान भी हैं. इन प्रावधानों की जानकारी उनतक पहुंचानी जरूरी है. जनजातियों के कानूनी अधिकारों को लेकर मीडिया को भी संवेदनशील बनना होगा.
उनकी संवदेनशीलता इस बात पर निर्भर करती हैं कि वे भारत की जनजाति को कितना गहराई से जानते समझते हैं. तथा उन जनजाति की आवाज को मुखर बनाने में उनका क्या योगदान है. साथ ही जनजाति के जुड़े कानूनी प्रावधानों की जानकारी कितनी है. इसलिए आवश्यक है कि मीडिया को जनजातीय समाज के साथ उससे जुड़ी कानूनी प्रावधानों के प्रति जागरूक किया जाये.
इसे लेकर भारतीय जनसंचार संस्थान इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ मास कॉम्यूनिकेशन द्वारा एक कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है. शुक्रवार संवाद कार्यक्रम के तहत छह जनवरी इस संगोष्ठी का आयोजन होगा. संगोष्ठि दिन के दो बज कर 30 मिनट से प्रारंभ होगा.
शुक्रवार संवाद के तहत जनजातीय समाज से जुड़े कानूनी प्रावधान और मीडिया विषय पर चर्चा की जायेगी. इस चर्चा के मुख्य वक्ता हर्ष चौहान होंगे. बता दें कि हर्ष चौहान नेशनल कमीशन फॉर शेड्यूल्ड ट्राइब्स के चेयरपर्सन हैं.
इस चर्चा को गुगल मीट की मदद से लाइव स्ट्रीमिंग किया जायेगा. इसे फेसबुक व यूट्यूब से भी जुड़ कर लाइव मीटिंग में हिस्सा ले सकते हैं.