मोहन भागवत के बयान पर दिलीप मंडल ने क्या सवाल किये..
इंडिया टूडे के पूर्व संपादक दीपक मंडल ने आरएसएस चीफ मोहन भागवत से पहले भी कई ऐसे सवाल किये हैं जिसका उन्हें कोई जवाब देते नहीं बना है. एक बार फिर दीपक ने भागवत से पिछड़े वर्ग के अधिकारों पर सवाल पूछा है.
आरएसएस चीफ मोहन भागवत के एक बयान को इंडिया टुडे के पूर्व संपादक दीपक मंडल ने अपने ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया है और एक सवाल पूछा है. लेकिन पहले आइये जानते हैं कि आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने क्या कहा है. दलित टाइम्स ने मोहन भागवत की एक तस्वीर लगाते हुए उनके बयान पर रायशुमारी की है जिसके साथ उनका एक बयान लगा है. इसमें मोहन भागवत ने कहा है जाति के आधार पर विभेद करना अधर्म है. कौन घोड़ी चढ़ सकता है और कौन नहीं, इस तरह की बातें समाज से विदा होनी चाहिए. उन्होंने कहा समाज में सभी के लिए मंदिर, पानी, शमशान एक होने चाहिए.
इस बयान पर इंडिया टुडे के पूर्व संपादक दीपक मंडल का ट्वीट आया है. इसमें उन्होंने मोहन भागवत से पूछा है जब SC, ST, OBC ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में हमारे लोग जज क्यों नहीं हैं, कोलिजियम सिस्टम क्यों है तो भागवत जी कह रहे हैं कि चलो तुमको साथ बैठाकर खाना खिला देते हैं! ज़्यादा नाराज़गी है तो एक ही श्मशान में सबकी लाशों के जलने का बंदोबस्त कर देते हैं। चलो मंदिर भी ले चलेंगे! ख़ुश?…
उनके एक और री—ट्वीट ने मोहन भागवत को घेरा है. इसमें कहा है कि जब SC, ST, OBC के लोग ये गिनने बैठे हैं कि सुप्रीम कोर्ट में हमारे कितने जज हैं, यूनिवर्सिटी में कितने वाइस चांसलर और बैंकों में कितने चेयरमैन हैं, बैंक लोन में हिस्सा कितना है तब भागवत चाहते हैं कि वे एक श्मशान में साथ जलने और घोड़ी चढ़ने तथा साथ खाकर ख़ुश हो लें.