आईआईएमसी अमरावती में संपादक संवाद को पत्रकारिता से जुड़े लोगों ने किया संबोधित
प्रोफेसर डॉ संजय द्विवेदी ने कहा है कि डिजिटल मीडिया ने भाषाई पत्रकारिता को ग्लोबल बना दिया है. क्षेत्रीय पत्रकारिता का भविष्य न सिर्फ उज्जवल है, बल्कि नई तकनीक के साथ पत्रकारिता के नए सुनहरे काल की ओर बढ़ रहा है.
प्रोफसर संजय ने ये बातें आईआईएमसी अमरावती द्वारा मराठी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर आयोजित संपादक संवाद कार्यक्रम के दौरान कही.
इस दौरान विद्यार्थियों द्वारा हिंदी, अंग्रेजी और मराठी भाषा में तैयार किये गये लैब जर्नल का भी विमोजन किया.
विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न विषयों पर निकाले छायाचित्रों की प्रदर्शन का भी उद्धाटन किया गया.
उन्होंने कहा कि मराठी पत्रकारिता ने स्वतंत्रता के बाद ही नहीं बल्कि देश को आजादी मिलने के दशकों पहले से ही समाज निर्माण का काम करना शुरू कर दिया था.
भारत को अंग्रेजों से मुक्ति दिलाने में मराठी पत्रकारिता को हमेशा याद किया जाता रहेगा. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती में मीडिया का सबसे अधिक योगदान है.
मीडिया के बिना किसी समाज की कल्पना नहीं की जा सकती है. कहा कि पत्रकारिता में संवेदनशीलता कम होती जा रही है.
उन्होंने युवा पत्रकारों से अपील किया कि समाज में जाये, जनमत को टटोलें और तब लेखनी कार्य में जुट जायें.