ट्वीटर पर #NBT_StopSpreadingRumours कर रहा ट्रेंड
ट्वीटर पर नवभारत टाइम्स को लेकर हैशटैग #NBT_StopSpreadingRumours चल रहा है. नवभारत टाइम्स पर इस हैशटैग के साथ विरोध दर्ज कराया जा रहा है. नवभारत कई दिनों से आसाराम बापू व अन्य कई मामलों पर रिपोर्टिंग कर रहा है जिसे कई लोगों द्वारा गलत बताते हुए इस मीडिया हाउस की आलोचना की जा रही है. आसाराम को लेकर कई खबरें एनबीटी द्वारा की गयी हैं जिसे इस लिंक
https://navbharattimes.indiatimes.com/topics/asaram-bapu से पढ़ा जा सकता है.
एनबीटी ने आसाराम बापू को लेकर जिस तरह से खबरें कर रहा है उसपर लोगों की आपत्ति है. शिवा नाम से ट्वीटर हैंडल से कहा जा रहा है कि नवभारत टाइम्स के पत्रकार का दावा है कि गुजरात के अहमदाबाद को छोड़ किसी अन्य शहरों में यूपीआई और डिजिटल पेमेंट नहीं काम कर रहा है. यह बिल्कूल गलत है. इसे लेकर ट्वीटर हैंडल पर सवाल किया गया है कि ऐसे खबरों को लिखने के लिए कितने पैसे मिले. साथ ही False News Not Required और Shame On You NBT लिखकर #NBT_StopSpreadingRumours ट्रेंड कराया जा रहा है.
विजय वधेल ने ट्वीटर हैंडल से Shame On You NBT लिखते हुए पूछा है कि भ्रामक खबरों को छापने और जनता को गुमराह करने के लिए कितने पैसे मिले. एनबीटी से कहा है कि हम लोग बेवकूफ नहीं है. हम क्या सच है और क्या झूठ यह जानते हैं…False News Not Required…
नेहा लखवानी ट्वीटर हैंडल #NBT_StopSpreadingRumours के साथ लिखा गया है पिछले दस सालों से संत श्री आसाराम बापू को बदनाम करने के लिए कई झूठी खबरें फैलाई गयी हैं. यह जनता को गुमराह करने के लिए किया जा रहा है. लेकिन जनता सच्चाई जानती है.
राजेश मदान भी संत आसाराम बापू के समर्थन में उतरते हुए एनबीटी के कामों की आलोचना करता हुए कहा है कि झूठी खबरों की मदद से उन्हें बदनाम किया जा रहा है. मोहित सचदेव ने लिखा है समाज को सही खबरों की जरूरत है जैसे लव जिहाद फैल रहा है और यह खतरनाक है. लेकिन इसके लिए आपको पैसे नहीं मिलते हैं.