पत्रकार को आरोप साबित करने के लिए कहा गया अन्यथा होगी कार्रवाई
एक पत्रकार के इंडिया टुडे टीवी शो में दिये बयान के बाद कांग्रेस पार्टी में बवाल मचा है. अब कांग्रेस पार्टी ने इस पत्रकार से सबूत मांगा है और सबूत नहीं देने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी है. शो में दिये गये बयान को ट्वीट पर भी मौजूद है. ये हैं जानीमानी पत्रकार तवलीन सिंह.
आइये पहले पूरे मामले को जानने से पहले तवलीन सिंह के उस ट्वीट को भी पढ़ा जाये जिसमें सोनिया गांधी पर आरोप लगाये गये हैं. तवलीन सिंह ने ट्वीट में लिखा है कि प्रधानमंत्री कार्यालय में काम करने वाले लोगों ने उन अधिकारियों का नाम बताये हैं जो सरकारी फाइलों को 10 जनपथ तक ले जाते थे. पूर्व के मंत्रियों ने यह स्वीकार किया है कि ये आदेश सोनिया गांधी की हुआ करते थें. वह डि—फैक्टो पीएम थी और वह कांग्रेस की डि—फैक्टो प्रेसिडेंट भी बनी रहेंगी.
उनके यह बयान मलिक्कार्जुन खड़गे को कांग्रेस का बयान सौंपे जाने के बाद आया है. उनके ट्वीट से लोग यह भी अर्थ निकाल रहे कि वास्तव भी सोनिया गांधी ही कांग्रेस की पार्टी प्रेसिडेंट रहेंगी और खड़गे महज एक रबड़ स्टांप की तरह काम करेंगे.
उनके इस ट्वीट के बार कांग्रेस मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने जवाबी हमला करते हुए लिखा है तवलीन सिंह या तो सबूत पेश करें या आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार हरें. बहुत बर्दाश्त कर लिया है. अब यह बकवास नहीं चलेगी.
हांलांकि इससे पूर्व पी चिंदबरम ने भी ट्वीट कर लिखा है कि कल इंडिया टुडे के एक टीवी शो में एक वरिष्ठ पत्रकार ने डॉ मनमोहन सिंह पर बेतुका और अपमानजनक आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया कि ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के उल्लंघन में पीएमओ की गफ्त फाइलें कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी के पास ले जाया गया. पी चिंदबरम ने ट्वीट किया है कि शो देखकर उन्होंने तुरंत विरोध किया ओर पैनल में श्री प्रवीण चक्रवर्ती ने उन्हें सबूत पेश करने की चुनौती दी. कुछ रक्षात्मक जवाबों के बाद, वो सबूत पेश करने को तैयार हो गईं. पी चिंदबरम ने फिर एक ट्वीट कर लिखा है कि हम उन्हें याद दिलाना चाहते हैं कि उनके लिए सबूत पेश करने का समय अब शुरू होता है. हम उन्हें चुनौती देते हैं कि पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ अपने बेतुके और गैर—जिम्मेदाराना आरोप को साबित करें.