बरखा दत्त के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं होने पर सवाल
मुंबई में हुए 26/11 के आतंकवादी हमले को कोई भूल नहीं सकता है. इस हमले में 160 से अधिक लोग मारे गये थे और 300 लोग घायल हुए थे. इसे लेकर टीवी न्यूज चैनल्स ने लगातार रिपोर्टिंग की थी. इस दौरान टीवी चैनल्स के एंकरों ने घटनास्थल की लाइव रिपोर्टिंग कर दी थी. मुंबई पर आंतकी हमले के बाद घेराबंदी के दौरान सुरक्षा के प्रोटोकॉल का पालन बिल्कूल नहीं हुआ था. सुप्रीम कोर्ट ने मीडिया की इस मामले में जमकर डांट पिलाई थी. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि लाइव रिपोर्टिंग से सुरक्ष्ज्ञा बलों को आतंकवादियों से लड़ने में काफी परेशानियां आयीं. रिपोर्टिंग करने वालों में एनडीटीवी की बरखा दत्त भी शामिल थी.
सोशल मीडिया पर बरखा दत्ता की रिपोर्टिंग का एक वीडियो शेयर किया गया है. वीडियो शेयर करने के साथ ही उन्हें ट्रोल भी किया गया है. कई लोग तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. ट्वीटर पर #NeverForgetNeverForgive, #2611Attack, #MumbaiTerrorAttack के साथ बरखा दत्त को उनकी लाइव रिपोर्टिंग के लिए ट्रोल किया गया है. यह वीडियो 56 सेकेंड का है जिसमें बरखा लाइव रिपोर्टिंग कर रही हैं. इस वीडियो में वह कह रही है कि उन्होंने होटल के अंदर एक व्यक्ति से फोन पर बात की है. वह 19वें फ्लोर पर है. उसने यह कहा है कि होटल के भीतर ग्रेनेड धमाके हुए हैं.
ट्वीटर पर बरखा दत्त पर आरोप लगाते हुए कहा गया है किउ लाईव रिपोर्टिंग कर आंतकवादी को इनडायरेक्टली महत्वपूर्ण सूचना दी गयी. कारगिल युद्ध के समय भी ऐसा ही हुआ था. इससे देश को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा. वहीं कई लोगों ने अपने ट्वीटर हैंडल से कहा है कि आतंकवादी को ऐसी सूचनाएं देने वाली बरखा दत्त के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.