केन्या में दोस्त व ड्राइवर के साथ किया गया है अगवा
भारतीय मूल तथा बालाजी टेलीफिल्मस सहित कई मीडिया हाउस के लिए काम कर चुके मीडिया एक्जक्यूटिव जुल्फिकार खान बीते 70 दिनों से लापता हैं. वह केन्या में रह रहे थे. जुल्फिकार के जानने वालों ने उनकी गुमशुदगी पर रिपोर्ट दर्ज कराया है.
परिजनों तथा दोस्तों का आरोप है कि केन्या तथा भारत की सरकार इस गुमशुदगी पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं कर रही है और पूरे मामले को नजरअंदाज किया गया है.
इंस्टाग्राम पोस्ट पर अंतिम बार खान ने केन्या के मशहुर मसाई मारा नेशनल पार्क में घूमने के दौरान अपना फोटो पोस्ट किया है. बताया जा रहा है कि खान को उनके दोस्त ज़ैद समी किदवई और उनके ड्राइवर के साथ अगवा किया गया है. इन तीनों को अंतिम बार नैरोबी के एक नाइटकल्ब में 23 जुलाई को देखा गया था.
मामले की जांच कर रहे अधिकारियों ने बताया कि अगवा के तीन घंटे के बाद पुलिस को एक लावारिस कार के बारे में सूचना मिली जिसके बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. पुलिस ने घटनास्थल पर पाया कि कार का इंजन चालू अवस्था में था लेकिन इसमें कोई मौजूद नहीं था.
जुल्फिकार के परिजनों ने दावा किया है कि अपहरण में सरकारी तंत्र का हाथ है. केन्या में राजनीतिक अस्थिरता के कारण एक्सट्रा ज्यूडिशियल किलिंग तथा अपहरण लगातार हो रहे हैं. ये अब इस देश के लिए साधारण बात हो गयी है.
जुल्फिकार भारत में कई ब्रॉडकास्ट तथा डिजिटल मीडिया कंपनीज के साथ काम कर चुके हैं. कई संस्थानों के बिजनेस हेड रह चुके हैं.