कहा विश्वास, भरोसा और स्वतंत्रता का पयार्यवाची है एनडीटीवी
एनडीटीवी के अडानी के हाथों सौंपे जाने के बाद प्रणव राय और राधिक राय ने एक बयान जारी किया है. इस बयान में उन्होंने कहा है कि एनडीटीवी की शुरूआत 1988 में हुई.
उन्होंने कहा है कि इस चैनल की शुरुआत इस भरोसे के साथ हुई थी भारत में पत्रकारिता विश्व स्तरीय था. लेकिन इसे और अधिक मजबूत और प्रभावशाली ब्रॉडकास्ट प्लेटफॉर्म की जरूरत है जो यहां कि पत्रकारिता को आगे बढ़ायेगा तथा चमकायेगा.
इन 34 सालों के बाद हम यह विश्वास करते हैं कि एनडीटीवी एक ऐसा मीडिया संस्थान है जहां हमारी आशाओं तथा आदर्श पूरे होते हैं. हमें यह गर्व है तथा हम कृतज्ञ हैं कि एनडीटीवी भारत और एशिया में सबसे अधिक विश्वसनीय ब्रॉडकास्टर है.
अपने बयान में प्रणव रॉय और राधिका रॉय ने कहा है कि एएमजी मीडिया नेटवर्क हालिया ओपन ऑफर के बाद एनडीटीवी में अकेला सबसे अधिक शेयर होल्डर वाला हो गया है. परिणामस्वरूप आपसी सहमति से हमने यह निर्णय लिया कि एनडीटीवी से शेयर को वापस ले लिया जाये.
ओपन ऑफर के लॉन्च होने के बाद हमारी गौतम अडानी से काफी अच्छी रचनात्मक माहौल में बातचीत हुई. सभी सलाह जो हमने दिये वह सकारात्मक रूप और खुले मन से स्वीकार किये गये.
गौतम अडानी से जिस ब्रांड में निवेश किया है वह विश्वास, भरोसा और स्वतंत्रता का पर्यायवाची है. और हमें आशा है कि वह इसके मूल्यों को संरक्षित रखेंगे और इसे जिम्मेदारी के साथ बढ़ायेंगे.
हम आगे भी एनडीटीवी देखते रहेंगे और इसकी सभी अद्भुत टीम उसे अगले फेस में आगे ले जायेगी और जिससे भारत गौरवंतित महसूस करेगा.