राहुल ने आखिर क्यों बतायी अपनी छवि का असली सच
जब मैं राजनीति में पहले आया..2004 से तकरीबन 2008—09 तक..तो हिंदुस्तान का पूरा का पूरा मीडिया 24 घंटे मेरी वाह वाह करता था..याद है आपको..यह कहना है राहुल गांधी की जो मीडिया में अपनी छवि का असली सच बता रहे थे.
राहुल गांधी भारत जोड़ों यात्रा के दौरान कई राज्यों के भ्रमण पर है. इस दौरान वे देश की समस्याओं के बारे में जान रहे हैं. अपनी यात्रा के दौरान राहुल गुजरात भी पहुंचे और लोगों से मुलाकात की. बहुत कम संख्या में देश के प्रमुख मीडिया संस्थान भारत जोड़ों यात्रा का कवरेज कर रहे हैं. इस यात्रा के कवरेज में अधिकतर छोटे संसाधन वाले यूट्यूब और दूसरे मीडिया संस्थान लगे हुए हैं.
राहुल गांधी नाम से यूट्यूब पर अपलोड किये गये वीडियो में उन्होंने कहा है कि उनके द्वारा वीडियो अपलोड किया गया है. इस वीडियो में राहुल गांधी ने कहते हैं.. नियामगिरी का मुद्दा उठाया गया, और दूसरा उन्होंने भट्टा परसोल का मुद्दा उठाया, जैसे ही उन्होंने भूमि अधिकग्रहण के मामले में सवाल खड़े किये..और जिस क्षण उन्होंने देश के गरीबों के हक में बातें करना प्रारंभ किया…पूरा का पूरा मीडिया उनके खिलाफ हो गया.
वह कहते है “2010 से पहले मीडिया मेरी बहुत वाहवाही करती थी, लेकिन जब मैंने ग़रीबों और आदिवासियों के लिये आवाज उठाई, वो मेरी छवि खराब करने लगे”
वह बताते हैं कि आदिवासियों के लिए कांग्रेस ने पेसा कानून लाया, वन अधिकार कानून लाया गया, जमीन अधिग्रहण बिल लाया गया, उसके बाद सारे के सारे मीडिया ने उनके खिलाफ लिखना शुरू कर दिया. लेकिन सच कहीं न कहीं उजागर हो ही जाता है.
भारत जोड़ों यात्रा को लेकर राहुल गांधी ने यूट्यूब पर जारी एक वीडियो में अपनी बात कही है. इस वीडियो को पत्रकार और अनसीन इंडिया के फाउंडर उत्कर्ष सिंह ने अपने ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया है. राहुल के इस वीडियो को काफी संख्या में शेयर व ट्वीटर किया जा रहा है.