रवीश कुमार के इस्तीफा के बाद सुशांत सिन्हा ने उन्हें किया ट्रोल तो मिले रहे जवाब
एनडीटीवी से रवीश कुमार के इस्तीफा के बाद बड़ी संख्या में लोग ट्वीटर पर उतर आये हैं. कहीं रवीश को उनकी पत्रकारिता के लिए ट्रोल किया गया तो कहीं उन्हें उनके काम के लिए जबरदस्त सराहना मिल रही है. यहीं नहीं अभी और भी सुनिये.. उन्हें ट्रोल करने में पत्रकारिता जगत के भी लोग शामिल हैं. रवीश कुमार के इस्तीफा पर टीवी चैनलों के एंकरों ने भी कटाक्ष किये हैं. खासतौर पर सुशांत सिन्हा इसमें आगे हैं.
अपने ट्वीटर हैंडल से बिना किसी का नाम लिये सुशांत ने लिखा है “भाई ने माहौल बना रखा था कि भर इंडिया उसे ही देखता है पर यूट्यूब पर आकर EXPOSE हो गए. माहौल के मुताबिक़ 50-100 करोड़ सब्सक्राइबर होने थे पर यहां तो गुर्गे हाथ जोड़ भीख मांग रहे सबसे कि सब्सक्राइब कर लो प्लीज़. बस कार्ड छपना बाकी है “मेले चाचा का चैनल छब्सक्लाइब जलूल जलूल कलना”
सुशांत सिन्हा टीवी मीडिया जगत के जानेमाने चेहरा हैं. वह पूर्व में एनडीटीवी के लिए काम कर चुके हैं. इसके साथ ही इंडिया टीवी, न्यूज 24, इंडिया न्यूज, न्यूज एक्स और कई चैनलों के साथ काम करने का अनुभव है. फिलहाल खुद का एक यूट्यूब चैनल भी चला रहे हैं. उनके इस ट्वीट पर जवाब भी दिया गया है. हालांकि रवीश कुमार को लेकर किये जाने वाले आलोचनाओं से सुशांत को भी ट्रोल किया जा रहा है.
पुनीत कुमार सिंह नामक एक ट्वीटर हैंडल से लिखा गया है रवीश कुमार ने यूट्यूब पर 21 वीडियो डाले हैं और सात लाख से ऊपर सब्सक्राइबर. अगर रेगुलर एक्टिव हुए तो महीने भर के भीतर 3-4 मिलियन आराम से हो जाएंगे. यूट्यूब और फ़ेसबुक मिलाकर NDTV से भी ज्यादा कमाई करेंगे. लेकिन मोदी के टुकड़ों पर पलने वालों गोदी दलालों अपना सोचो पहले.
इसका जवाब देते हुए सुशांत सिन्हा ने लिखा है शिद्दत से अंध मोदीविरोध के बावजूद 7 लाख से शुरुआत??ये अपमान है मसीहा कुमार का।कल से माहौल तो ऐसा बनाए कि इस्तीफ़ा सुनकर एक आध करोड़ ने तो सुसाइड कर लिया होगाटारगेट सुन लो- 100करोड़ से कम सब्सक्राइबर और हर वीडियो के 50करोड़ से कम व्यूज़ को मसीहा कुमार की बेइज़्ज़ती माना जाएगा.
सुशांत ने एक अन्य ट्वीट में लिखा है पूरी उर्जा नरेंद्र मोदी का करियर खत्म करने में लगाने वाले मसीहा कुमार का खुद का करियर खत्म हो गया. सुना है इस्तीफा ले लिया गया है. मसीहा कुमार, उसके चंपुओं औश्र उसके चम्मच समर्थकों के लिए दुख की घड़ी जो 2014 में शुरू हुई थी उसके खत्म होने के संकेत दिख नहीं रहे. ईश्वर उन्हें शक्ति दे.
ऐसा देखा गया है कि पूर्व से ही सुशांत सिन्हा की रवीश कुमार से कोई निजी अनबन है जिसका वह पूरा कसर ट्वीटर पर निकाल रहे हैं. इससे पूर्व भी उन्होंने रवीश कुमार पर हमला बोलते हुए बीमार और दोहरे चरित्र का शिकार बताया था. एक ओपन लेटर के रूप में उन्होंने रवीश कुमार की तनख्वाह तक बता दी थी.
लेकिन इन सबसे दूर रवीश कुमार पूरी तरह चिल्ल मार रहे हैं. उन्हें इसकी कोई परवाह नहीं है कि कोई क्या बोल रहा है. फिलहाल उन्होंने अपने ट्वीटर पर कुछ भी अपडेट नहीं किया है.