अंतरराष्ट्रीय जॉन औबुचॉन पुरस्कार से किया गया सम्मानित
भारतीय पत्रकार राणा अय्यूब की पत्रकारिता की अमेरिका में धूम मची है. उनके कामों की काफी तारीफ की जा रही है. अमेरिका में एक सीनेटर ने कहा है कि राणा अय्यूब के काम उद्देश्यात्मक हैं.
अमेरिका में डेमोक्रेटिक सीनेटर पैट्रिक लेही ने बयान जारी कर कहा है भारतीय पत्रकार राणा अय्यूब ने बहादुरी से भारत में धार्मिक हिंसाओं, जूडिशियल किलिंग और दूसरे सामाजिक मुद्दों पर रिपोर्टिंग की है. इस रिपोर्टिंग के कारण अय्यूब को ऑनलाइन उत्पीड़न, हत्या की धमकी और बेबुनियाद सरकारी प्रतिरोध का सामना करना पड़ा है. भारी दबाव के बावजूद राजनीतिक शक्तियों का गलत इस्तेमाल करने वाले लोगों को पर्दाफाश करना जारी है.
राणा अय्यूब एक भारतीय पत्रकार है और वाशिंगटन पोस्ट के लिए लिखती हैं. वे एक खोजी पत्रकार हैं. उन्हें वर्ष 2022 का अंतरराष्ट्रीय जॉन औबुचॉन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. यह पुरस्कार वाशिंगटन के नेशनल प्रेस क्लब के प्रेस फ्रीडम के लिए सर्वोच्च सम्मान है. नेशनल प्रेस क्लब ने एक बयान जारी कर कहा कि राणा के साहस और खोजी पत्रकारिता के लिए यह विशिष्ट सम्मान उन्हें दिया गया है.
अमेरिका का यह सर्वोच्च पुरस्कार पहली बार किसी भारतीय को मिल है. राणा अय्यूब ने अपने इस अवार्ड को जुबैर, सिद्दीक कप्पन और आसिफ सुल्तान को समर्पित किया है. राणा अय्यूब ने गुजरात पर किताब भी लिखी है जिसे काफी पढ़ा जा रहा है. इस किताब का नाम गुजरात फाइल्स: एनाटॉमी ऑफ ए कवर अप है.