राजस्थानी गीतों का बांधा समां, गायिकी सुन लोग हुए मंत्रमुग्ध
इंडिया टूडे ग्रूप के आजतक चैनल द्वारा आयोजित साहित्य के सितारों का महाकुंभ 20 नवंबर को समाप्त हो गया. तीन दिनों तक चले इस महाकुंभ के दौरान साहित्य की दुनिया के कई नामी चेहरे नजर आये. इन तीन दिनों के कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विषयों पर पत्रकार, लेखक और फिल्मी दुनिया से आये लोगों ने अपने विचार रखें. साहित्य आजतक के पांचवे संस्करण के दौरान लगभग 300 कलाकारों ने भाग लिया. यह महाकुंभ नई दिल्ली के इंडिया गेट स्थित मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में आयोजित किया गया था.
18 नवंबर को प्रारंभ हुए साहित्य तक के इस कार्यक्रम के दौरान भारत की संस्कृति और कला के जश्न पर इंडिया टुडे ग्रुप की व्हाइस चेयरमैन कल्ली पुरी ने अपने विचार रखें. पहले दिन वेलकम एड्रेस के साथ कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये गये. कल्ली पुरी ने अपने संबोधन में कहा कि साहित्य तक द्वारा आयोजित यह इवेंट भारत की संस्कृति और कला का जश्न है.
कार्यक्रम के आगाज कुतले खान की गायिकी से साथ हुआ. कुतले खान ने सुरों की महफिल सजा कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. उन्होंने राजस्थानी लोक गीतों से समां बांध दिया. वे राजस्थान की समृद्ध और जीवंत भूमि के लोक संगीतकार माने जाते हैं. उनके वीडियो को इस लिंक से देखा जा सकता है. वहीं राम ही राम में बापू मोरारी नजर आये वहीं लम्हा लम्हा जिंदगी में एक्टर और लेखक दीप्ति नवल ने अपनी विचार रखें. स्वरांजलि के दौरान भारत रत्न लता मंगेशकर को याद किया गया. वहीं अन्य कार्यक्रमों प्रस्तूत किये गये.