विधानसभा चुनाव पर फर्स्ट और सेकेंड टाइम युवा वोटरों ने रखे अपने विचार
गुजरात में विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है. यहां चुनाव दो चरणों में होगा. एक दिसंबर और पांच दिसंबर को यहां मतदान कराये जायेंगे. 89 सीट के लिए पहले चरण तथा 93 सीट के लिए दूसरे चरण में मतदान कराये जाने हैं. मतदान की गणना आठ दिसंबर को होगी. यहां कुल 182 सीटों के लिए तीन अलग अलग पार्टियों में जबरदस्त मुकाबला दिख रहा है. इनमें बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी है.
गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर टीवी चैनल्स राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में वोटरों के रूझान के बारे में जानने की कोशिश में लगे हैं. टीवी एंकर और रिपोर्टर अलग अलग स्टाइल में रिपोर्टिंग कर रहे हैं. कोई जीप से है तो कोई मोटरसाइकिल से. आजतक, एनडीटीवी, न्यूज 18 और कई मीडिया चैनल्स गुजरात में अड्डा जमाये हुए हैं.
विधानसभा चुनाव कवरेज को लेकर एनडीटीवी के एंकर—एडिटर संकेत उपाध्याय भी गुजरात पहुंचे हुए हैं. उन्होंने कवरेज को लेकर वड़ोदरा में वोटरों के रूझान जानने की कोशिश की. एनडीटीवी की विशेष प्रस्तूति गुजरात में किसका पलड़ा भारी में पहली बार और दूसरी बार वोट देने वाले युवक युवतियों से बातचीत की.
इस बातचीत में महिलाओं ने कहा कि उनकी सुरक्षा को लेकर गुजरात में कमियां है. गुजरात को माना जाता है कि वह पूरे हिंदुस्तान में सबसे सुरक्षित राज्य है लेकिन ऐसा नहीं है. महिलाओं से छेड़छाड़ की घटनाएं होती रहती हैं. यहां वे बिल्कूल भी सुरक्षित महसूस नहीं करती हैं. साथ ही कानून अपराधियों के प्रति बहुत ही लचीला है. वहीं युवाओं ने कहा कि यहां बेरोजगारी बहुत है. पढ़ाई मंहगी है.
सरकार कोई भी आये. विकास सबके लिए महत्वपूर्ण होता है. सत्ता परिवर्तन होना चाहिए. 27 साल से सत्ता परिवर्तन नहीं हुआ है. सत्ता परिवर्तन नहीं होगा तो एक पार्टी वहां के जनता के महत्व को नहीं समझती है. लेकिन प्रोब्लम यह है कि जनता के पास दूसरा विकल्प नहीं है.
एक युवा ने कहा कि आम आदमी पार्टी वोट बैंक तोड़ने के लिए है. गुजरात के अंदर आम आदमी का कोई अस्तित्व नहीं है. कांग्रेस भी खत्म हो चुकी है. तो अब एक ही पार्टी भारतीय जनता पार्टी है. युवाओं ने कहा कि विकास है लेकिन कोई विधिवत योजना के तहत नहीं है.
गुजरात के चुनावी मैदान में युवाओं के एजेंडा पर हुई बातचीत के एनडीटीवी के इस वीडियो को शेयर करते हुए काफी देखा जा रहा है.