यहां पढ़िये माफीनामा पर आमलोगों की जबरदस्त प्रतिक्रियाएं
ट्वीटर पर अपनी भाषा से ट्रोल हो रहे द लल्लनटॉप के सौरभ द्विवेदी ने यूट्यूब पर एक कार्यक्रम में माफी मांगा है. नेतानगरी के नाम से अपलोड यूट्यूब वीडियो में सौरभ ने कार्यक्रम की शुरूआत करने से पूर्व मामले पर सफाई दी है. उन्होंने वीडियो में कहा है कि उनके कुछ पुराने ट्वीट सोशल मीडिया में घूम रहे हैं. इसे सौरभ ने अपना अतीत बताया और कहा है कि जनता को वर्तमान देखना चाहिए.
वीडियो में एक लंबे चौड़े भाषण में सौरभ ने कहा कि हम संवाद की गुजांईश रखेंगे और किसी के प्रति कटुता नहीं पालेंगे. और हम उस कसम पर चल रहें हैं. कई बार गलतियां हुई और जब—जब गलती हुई पूरे पश्चाताप के साथ आपके सामने आकर माफी मांगी है.
उन्होंने सीधे शब्दों में कहा “मैं माफी मांगता हूं उन सभी अलग—अलग पार्टियों के सर्मथकों से जिन्हें मेरे पूर्व अवतार पर अफसोस हुआ. मुझे इन पुराने ट्वीट को देखने पर सोचता हूं क्या ये मै ही था. मैं इस तरह की भाषा लिख रहा था. यह अशोभनीय किस्म की भाषा है और इसे पढ़कर कोई भी शर्मिंदा होगा.”
इस वीडियो में सौरभ ने जनता को विश्वास दिलाने की कोशिश करते हुए कहा हमारी आलोचना से कोई परे नहीं होगा चाहे वह कोई भी पार्टी हो. लेकिन हम आलोचना उनकी कामों की करेंगे. व्यक्तिगत होकर नहीं करेंगे. ना तो किसी से निर्देश लेंगे और ना ही कोई एजेंडा चलायेंगे.
इस वीडियो को उनके ट्वीटर हैंडल पर जारी किया गया है. इस पर कई प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
प्रज्ञा नामक ट्वीटर हैंडल से इस माफीनामा की सराहना की गयी है और लिखा है कि माफी मांगना हिम्मत भरा काम है. और माफी मांगने वाले सबसे बड़ा होता है…More Power to you sir.
जबकि इस माफीनामे को भी संदेहा की नजर से देखा जा रहा है. शब नवाज अहमद नामक ट्वीटर हैंडल से लिखा गया है…कहीं इन सबका गुरु एक ही तो नहीं जिन्हें हम इतिहास के पन्नों में माफीवीर के नाम से जानते हैं.
शफीक ट्वीटर हैंडल से लिखा गया है जेएनयू का नाम खराब मत करना भाई साहब जबकि रमेश पाठक ने लिखा है.. apologies accepted but credibility gone..यानि माफीनामा स्वीकार किया गया लेकिन विश्वसनीयता चली गयी.