कहानियों की शब्द सीमा तीन हजार, मंडली राइटर्स में हो शामिल
बिग एफएम पर नीलेश मिश्रा यादों के ईडियट बॉक्स के साथ फिर हाजिर हैं. इस कार्यक्रम की दीवानगी युवाओं के साथ—साथ बुजुर्गों में भी है. उनकी कहानी कहने के अंदाजे—बयां निराला है और इसलिए उन्हें हर कोई सुनना चाहता है.
इस बार यादों के ईडियट बॉक्स अपने कार्यक्रम के लिए कहानी लिखने वालों को आमंत्रित कर रहा है. कहानी लिखने वालों के लिए यादों के ईडियट बॉक्स के लिए काम करने का एक बेहतरीन मौका है. आप इस शो के लिए कहानियां लिखना चाहते हैं तो यह सही प्लेटफॉर्म साबित होगा. आप मंडली राइटर्स में शामिल हो सकते हैं और आपकी कहानी लोगों तक पहुंचाने में नीलेश मिश्रा आपकी भरपूर मदद करेंगे. लेकिन इन सबसे पहले आपको अपनी कहानियों का सैंपल भेजना होगा.
यादों के ईडियट बॉक्स के लिए अगर आप अपनी कहानी भेजना चाहते हैं तो इससे पहले किसी एक कहानी को बतौर सैंपल भेजे. कहानी देवनागरी में टाइप की हुई होनी चाहिए. इसे वर्ड डॉक्यूमेंट फाइल में सेव कर भेजना होगा. आप अपनी कहानी के सैंपल को mandali@turnslow.com पर मेल करें. मेल में अपना नाम पता और फोन नंबर जरूर लिखें ताकि स्टोरी पसंद आने पर आपको इसकी सूचना दी जा सके. कहानी कम से कम 2000 शब्दों तथा अधिक से अधिक 3000 शब्दों में होनी चाहिए.