मीडिया जगत के लोगों ने उनके निधन पर जताया दुख
वरिष्ठ पत्रकार नचिकेता देसाई का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. वे 72 वर्ष के थे. उन्होंने अहमदाबाद में अंतिम सांस ली. वे लंबे समय से गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे. उन्होंने एक दर्जन से ज्यादा मीडिया संस्थानों में काम किया. वे जाने माने चिंतक नारायण देसाई के पुत्र थे.
तीन साल से कैंसर और दिल की बीमारी से जूझ रहे थे. उन्हें एक बेहतरीन खोजी पत्रकार के रूप में जाना जाता है.
नचिकेता देसाई ने पत्रकारिता में अपने करियर की शुरुआत 1978 में इंडियन एक्सप्रेस अखबार से की थी. अपने पत्रकारिता जीवन में यूएनआई, द टेलीग्राफ, द इंडिपेंडेंट, ईटीवी न्यूजटाइम, आईएएनएस और दैनिक भास्कर जैसे अखबारों में काम किया.
अपने पत्रकारिता जीवन में वह इंदौर में 1985 में दैनिक भास्कर के कार्यकारी संपादक रहे. इसके बाद वेबदुनिया सहित कई मीडिया संस्थानों में काम किया. कई भाषाओं जैसे अंग्रेजी, हिंदी, ओड़िया, अवधी, मलयालम आदि के जानकार होने के कारण एक बहुभाषी पत्रकार के रूप में पहचान बनीं. उन्होंने गुजरात, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार के विभिन्न मुद्दों पर बेहतरीन कवरेज किये.
उनके निधन पर मीडिया जगत की कई हस्तियों की प्रतिक्रियाएं आयी हैं. भारतीय जनसंचार संस्थान के प्रोफेसर आनंद प्रधान ने उनके निधन पर दुख जताते हुए ट्वीट किया है नचिकेता देसाई चले गए। वे अपने मित्र अफ़लातून जी के बड़े भाई थे। उन्होंने लंबे समय तक पत्रकारिता की। “इंडियन एक्सप्रेस” में भी रहे।उन्होंने अपने उसूलों से कभी समझौता नहीं किया। ग़ज़ब का जीवट था उनमें।उनसे कई बार फ़ोन पर बात भी हुई।दिल्ली में एकबार मुलाक़ात भी। उनकी कमी महसूस होगी।