जांच करने की कही बात तो किसी ने मामले पर किया तंज
विश्व के सबसे बड़े रईसों में शुमार होने वाले गौतम अडानी एक झटके में तीसरे पायदान से 11वें नबंर पर आ गये. अब भारतीय मीडिया में रोजाना इस मामले पर खबरें कवर की जा रही है. हिंडेनबर्ग मामले को लेकर भारतीय मीडिया में अलग—अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिली है. हिंडेनबर्ग रिपोर्ट को लेकर शोज कर रही है. वहीं कई पत्रकार चुप्पी साधे हैं तो कई ने ट्वीटर से अपनी जोरदारी टिप्पणी दी है.
अपने ट्वीटर पर अजीत अंजुम ने इस मामले की जांच करने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि अडानी को एक और झटका लगा है. इस मामले की पूरी जांच तो होनी ही चाहिए. ये अडाणी इंटरप्राइेजज के खिलाफ हिंडनबर्ग की साजिश है या कुछ हेराफेरी. कहीं खबर को दबाया गया तो कहीं तोड़मरोड़ कर पेश करने की बात भी सामने आ रही है.
इस पूरे मामले पर रवीश कुमार ने तंज कसा है. उन्होंने अपने ट्वीटर पर लिखा है.. गोदी सेठ की ग़लती. ग्लोबल चैनल से पहले ग्लोबल रिसर्च संस्थाओं को ख़रीद लेते. तब कोई नहीं पूछता कि गोदी सेठ के ग्लोबल चैनल पर ग्लोबल ख़बरें क्यों नहीं हैं? वैसे इस बात की चर्चा शहर में कहीं नहीं है क्योंकि शहर के लोगों का तन ट्रैफ़िक जाम में फँसा है और दिमाग़ धर्म की राजनीति में.
उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा है कि सेबी की चुप्पी और उसके सदस्यों के बैकग्राउंड पर रिपोर्ट नहीं कर सकते तो गोदी मीडिया के गोदी सेठों को अपने चैनल बंद कर देने चाहिए
इस वर्ष 24 जनवरी को हिंडनबर्ग रिसर्च नाम की अमेरिकी संस्था की आयी रिपोर्ट अडानी ग्रुप : हाउ द वर्ल्ड थर्ड रिचेस्ट मैन इज़ पुलिंग द लार्जेस्ट कॉन इन कारपोरेट हिस्ट्री के बाद यह बावेला खड़ा हुआ है. अदाणी समूह पर हिंडनबर्ग रिसर्च ने शेयर में हेरफेर और धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं.