पढ़िये अनुसूचित जाति—जनजाति कानून को खत्म करने के आंदोलन पर यह टिप्पणी
द न्यूज बीक के संपादक सुमित चौहान की एक टिप्पणी ट्वीटर पर वायरल हो रहा है. यह टिप्पणी कुछ संगठनों द्वारा एससी—एसटी एक्ट को खत्म करने की मांग को आंदोलन किये जाने पर है.
सुमित चौहान ने कहा है कि जो संगठन एससी—एसटी एक्ट को हटाने के लिए सड़कों पर उतर रहे हैं? उन्होंने कभी इस देश से जातिवाद खत्म करने के लिए आंदोलन क्यों नहीं किया? क्यों आप जातियों को खत्म नहीं करना चाहते? क्यों आप जाति तोड़ने के हमारे आंदोलन में कभी शामिल नहीं होते ऐसे संगठनों का जातिवादी चरित्र जगजाहिर है?
सुमित चौहान द शुद्र और द न्यूज बीक के फांउडिंग एडिटर हैं. वे आंबेडकरवादी है और एंटी—कास्ट पर लगातार लिखते रहे है. उन्होंने आइआइएमसी से पत्रकारिता की पढ़ाई की और एबीपी, जी न्यूज, इंडिया न्यूज और न्यूज नेशन के लिए काम कर चुके हैं.
उनके इस ट्वीट पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आयी हैं. तेरा बापू नाम से एक ट्वीटर हैंडल से यह आरोप लगाया गया है कि एससी—एसटी अपनी ही कैटेगरी में दूसरी कास्ट वाले के यहां खाना नहीं खाते हैं.
आदिवासी ताराचंद भगोरा के ट्वीटर हैंडल से सुमित चौहान की बात को सही ठहराया है. सुमित चौहान का यह बयान काफी बार ट्वीट किया जा चुका है.