कोई पुलिस की ले रहा तरफदारी तो किसी ने पत्रकार को ठहराया सही
लखनऊ में एक टीवी पत्रकार और पुलिस वालों के बीच गरमागरमी का वीडियो काफी वायरल हो रहा है. यह वीडियो लखनऊ का बताया जा रहा है जिसमें जी न्यूज के एक पत्रकार को काफी तेज चिल्लाते हुए सुना जा सकता है. इस वीडियो में हाथ कैसे लगाया हाथ कैसे लगाया की आवाज आ रही है.
कह जा रहा है कि यह वीडियो जी मीडिया के पत्रकार शुभम और लखनऊ के जॉइंट सीपी पीयूष मोर्डिया का है.
इस वीडियो को अनसीन इंडिया के पत्रकार उत्कर्ष सिंह ने अपने ट्वीटर से शेयर किया है.
इसमें उन्होंने लिखा है ये लखनऊ के जॉइंट सीपी पीयूष मोर्डिया हैं. वर्दी की सनक दिमाग पर चढ़ गई थी, @shubhamlivee ने उतार दी.
लेकिन इस ट्वीट के भी कई जवाब आ रहे हैं.
आशुतोष गर्ग नामक ट्वीटर हैंडल से लिखा गया है कि मात्र कैमरा पकड़ लेना अपमान नहीं होता. लेकिन पत्रकार महोदय अपना आपा खोकर चिल्लाने लगे.
इस मामले पर ममता त्रिपाठी के ट्वीटर हैंडल से यह जानकारी दी गयी है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र नीरज सिंह के भी लखनऊ में पत्रकार के साथ हुई बदसलूकी के मामले में खुलकर पत्रकारों के साथ आए हैं.
इसमें नीरज सिंह के उस ट्वीट का हवाला दिया गया है जिसमें कहा गया है कि पत्रकार अपना काम कर रहा था. लेकिन पुलिस न जाने क्यों इस पचा नहीं पायी, अभद्रता कर बैठी, जो गलत है, अशोभनीय है. तेवर देखकर लग रहा है आज पुलिस का असली पत्रकार से पाला पड़ा है. Proud of you shubham
सुरेश कुमार सिंह नामक ट्वीटर हैंडल से कहा गया है..इस सरकार में अफसरशाही हॉबी है।जब अधिकारियों का यह हाल लखनऊ में पत्रकारों के साथ है।तो अंदाजा लगाये जिलों में पत्रकार किन हालत में काम करते है।नये IPS अधिकारियों में अहंकार और गुरूर इतना है यह जो बोले वही ब्रम्हा की लकीर मानिये।इन्हें सिर्फ चापलूसी पसंद है।
यह पूरा वीडियो ट्वीटर पर हैशटैग हाथ कैसे लगाया के साथ ट्रेंड कर रहा है. इस वीडियो पर कई प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
इसमें लोगों द्वारा पत्रकार से भी इस प्रकार की अशोभनीय हरकत करने की निंदा की है. नरेंद्र सिंह देवल नामक ट्वीट से उत्तरप्रदेश में पत्रकारों को भी गुंडे कहने की बात की गयी है.